सोमवार, 1 अप्रैल 2024

मुंह में छाले होने का कारण

मुंह में छाले होने का  कारण

मुंह में छाले होने का  कारण


हाइड्रोक्लोरिक एसिड


मुंह में छाले होने का  कारण हमारे पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का ज्यादा बनना  है ,हाइड्रोक्लोरिक एसिड हमारा खाना पचाने काम आता है। हाइड्रोक्लोरिक एसिड अत्यधिक बनने से यह हमारे मुंह तक आ जाता है ,इस हाइड्रोक्लोरिक एसिड से  हमारे मुँह के अंदर की त्वचा   जल जाती  है ,मुंह के अंदर के टिशु बहुत  नाजुक होते हैं और मिर्च ,मसाला ,चाय ,कॉफी जैसी चीज इस्तेमाल करने से  तकलीफ और ज्यादा बढ़ जाती है। 


कब्ज 


कई बार देखा गया है कि जिन लोगों को कब्ज रहती  है ,उनके मुंह में छाले बार-बार होते हैं। यह भी एक  कारण हो सकते हैं ,एक रोगी जो कबज  से और मुख के  छालों से कई सालों तक परेशान था। जब उसको कीड़े की दवाई दी गई ,तो वह बिल्कुल ठीक हो गया। पेट में कुर्मी  या  पेट  के कीड़े होने से भी पेट में कब्जी होती है और कई बार मुँह  में खून आना भी संभावित है।  इसका कारण राउंड वर्म हो सकते हैं। यह एक प्रकार का पेट का कीड़ा होता है।  जिससे पहले केंचुए समझा जाता था और आम बोली में उसको केंचुआ ही कहा जाता है। इसके लिए एल्बेंडाजोल 400 नाम से दवाई दी जाती है कई बार इवेरमेटिन  मेडिसिन नाम से भी एक दवाई के साथ दी जाती है।अगर समस्या ज्यादा गंभीर हो तब डॉक्टर ऐसा डिसीजन लेते हैं। 


गंभीर समस्या 


 मुंह में छाले  होने का एक कारण गुटका पान खाना भी है। हमारे मुंह के ऊपरी परत एक पारदर्शक घिल्ली  होती है ,उसे मेंब्रेन कहते हैं। यह हमें हमारे पेट के हाइड्रोक्लोरिक एसिड से डैमेज हो जाती है। यह मेम्ब्रॉएन हमें मिर्च मसाले के नुकसान से बचाते हैं ,लेकिन जो लोग गुटखा खाते हैं ,धूम्रपान करते हैं या शराब पीते हैं ,तो उनके तीखे केमिकल से यह मेंब्रेन को नुकसान जाता  है और कई जगह से फट जाती है। जिसकी वजह से मामूली सा  भी मसाला इंसान को लगता है।और यह खतरनाक स्थिति होती है। जो लोग तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं,उन्हें  सावधान रहना चाहिए। इस स्थिति में मुंह का कैंसर बनने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। यदि आप भी गुटका स्मोकिंग करते हैं ,तो कृपया करके इसका जल्दी से त्याग कर दें .


change habits

 छाले होने पर  आपको अपना पेट साफ रखना होता है। इसके लिए आप मिल्क  आफ मैग्नीशिया का प्रयोग कर सकते हैं ,इसको पानी से लेने के बाद आपके पेट में एसिडिक प्रॉपर्टी कम हो जाती है। 


इसके अलावा आजकल अल्कलाइन वॉटर का  बहुत चलन है। यह आपको कई दुकानों पर आसानी से  मिल जाता है और इसके लिए एक विशेष प्रकार का  फिल्टर भी आता है,  असल में हम जो पानी पीते हैं उसमें एसिटिक प्रॉपर्टी होती है। हमारे पेट में भी काफी ज्यादा एसिड होता है। अगर हम अल्कलाइन वॉटर पीते हैं ,तो अल्कलाइन एसिड को न्यूट्रलाइज करके काम करता है। इससे हमारे पेट की गर्मी काफी कम हो जाती है। 


आप डुकलस  नाम से सिरप या गोली का प्रयोग कर सकते हैं ,जो आपका पेट साफ कर देती है। यह दवाई डॉक्टर की सलाह से लेनी  चाहिए। यदि आप इसको रात को लेंगे तो सुबह आपका पेट साफ हो जाएगा। इसके अलावा यह ईसबगोल का पाउडर नियमित रूप से देने से आपका पेट बिल्कुल ठीक रहेगा ,पेट में तरलता रहेगी।  जिससे आपकी आंखों को काफी आराम मिलेगा ,यदि लीवर में भी दिक्कत है ,तो उसमें भी आपको आराम मिलेगा। 


होम रेमेडी 


पेट साफ होने के बाद आपके मुंह के छाले के लिए कुछ होम रिमेडी भी अपनानी  चाहिए। 


फिटकरी चुटकी भर  गरम तवे पर डालकर पिघलने  दे ,उस पर आधा कप पानी डालकर उसको  चम्मच सहायता से मिलाये  और कप में डालकर , उसको ठंडा होने दें। उसमें कुछ बूंद नारियल के तेल की डाले  और  कुल्ला करें ,ऐसा दो-तीन बार करने से आपके मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे। 


शहद  का इस्तेमाल शहद  को हम सब जानते हैं, एक मीठा मधुमक्खी द्वारा बनाया गया तरल होता है। इसको बार-बार चाटने से ना  केवल मुख् के  छाले ठीक होते हैं ,बल्कि तंबाकू और गुटका का इस्तेमाल करने से मुंह की मेंबराने में जो नुकसान हुआ है ,वह भी ठीक हो जाता है और कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है। अगर आप गुटखा छोड़ने चाहते हैं ,तो आप शहद  का इस्तेमाल जरूर करें। 


ग्लिसरीन का प्रयोग ग्लिसरीन  एक तरल होता है ,जो ग्लासरोल और नमक के पानी से मिलकर बना हुआ होता है। उसकी छोटी सी शीशी आपको ₹10 में मेडिकल शॉप से मिल जाती है। इसको  लगाने से काफी आराम मिलता है। 


सफेद मक्खन और हल्दी को मिलाकर गर्म करें ,इसका प्रयोग करने से भी छाले ठीक होते हैं। 


गुलाब जल को ठंडा पानी में डालकर कुल्ला करने से छालों में आराम मिलता है। 


यदि दर्द  ज्यादा हो तो नुमोसलाइट नाम की गोली खाने से आराम मिलता है ,इसमें डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक  देते हैं। 


 जिन लोगों को बार-बार छाले होते हैं ,उनको ठंडा बेल गिरी का जूस पीने से आराम मिलता है।  पेट के लिए बहुत अच्छा होता है। यह बेलगिरी  या बेल पत्थर नाम के एक फल से होता  है। इसका गुददा  गर्म पानी में निकाल कर ,उसको मिक्सी में घूमाकर बर्फ और पानी के साथ मिलकर ,इसका स्वादिष्ट पेय बनता है। इसको  आप कुछ दिन लगातार एक गिलास रोज पियेंगे तो मुँह के छाले ठीक होंगे ,बल्कि आपका पेट भी ठीक रहेगा। 


Cancer concern


अगर आपके छाले ठीक ना हो रहे हो तो ,आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर इसका बायोप्सी टेस्ट करते हैं। छाले के टिशु का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर बीओप्सी  नाम का टेस्ट किया जाता है। उसकी साइटोलॉजी से पता लगाया जाता है कि यह चले किस कारण से बने हैं।  कई बार ट्यूबरक्लोसिस या टी. बी.  मैलीजमेंट सेल यानी कैंसर में इसका कारण हो सकता है। इसके लिए तुरंत डॉक्टर से मिलना होता है और अपना इलाज करवाना चाहिए। 


मिर्च मसाला का त्याग करना चाहिए ,चाय कॉफी नहीं पीनी चाहिए , फास्ट फूड का प्रयोग ना करें, खाने को बहुत गर्म ना खाएं ,शराब तंबाकू और केमिकल से बनी चीजों से दूर रहे। पानी का इस्तेमाल ज्यादा करें। 

अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखे। 


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