टाइफाइड बुखार के लक्षण ,कारण और निदान
टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever) , तो यह एक अलग बीमारी है, जो साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह दूषित पानी और भोजन के माध्यम से फैलता है।
टाइफाइड बुखार के लक्षण Typhoid Fever Symptoms
तेज बुखार (लगातार बढ़ता हुआ)
सिरदर्द
कमजोरी और थकान
पेट दर्द
भूख न लगना
दस्त या कब्ज
शरीर पर गुलाबी रंग के दाने (रैशेज)
इलाज (Treatment):
टाइफाइड बुखार का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं (जैसे सिप्रोफ्लॉक्सासिन, अजिथ्रोमाइसिन) से किया जाता है। साथ ही, आराम और हाइड्रेशन (पानी पीना) जरूरी है।
टाइफाइड बुखार का कारण टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever) से है, तो यह एक अलग बीमारी है, जो साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह दूषित पानी और भोजन के माध्यम से फैलता है
गर्मियां आते ही अपने साथ कुछ बीमारियां ले लाती है। उनमें से एक बीमारी टाइफाइड बुखार है, इसके बारे में तो हम सब ने सुन रखा है। यह एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है ,साल्मोन तीफी बैक्टीरिया से होने वाले बुखार है। आपको बता दु कि ज्यादातर बुखार वायरस से होते हैं, कोरोना ,फ्लू यह सब वायरस के बुखार है ,परंतु बैक्टीरिया से होने वाले बीमारियां बहुत ज्यादा खतरनाक होते हैं जैसे टी बी , कालरा या टाइफाइड ,टाइफाइड बुखार होने का कारण बैक्टीरिया सेल मीडिया तपाई को कहा जाता है। इस बुखार होने पर आपको तेज बुखार सर में बहुत ज्यादा दर्द ,पेट में दर्द ,कमजोरी हो सकती है। यह बुखार आपको बहुत ज्यादा कमजोर कर सकता है.
लैब टेस्ट
इसका पता लगाने के लिए सीरोलॉजी (पैथोलॉजी की एक शाखा )का टेस्ट जिसे विडाल टेस्ट widal test कहते हैं, करवाया जाता है। यह दो तरह का होता है क्वालिटी और क्वांटिटी,
पहले टेस्ट में केवल आपको बुखार टाइफाइड है या नहीं इसका पता चलता है।
लेकिन दूसरे टेस्ट में आपको टाइफाइड बुखार का अनुपात और प्रतिशत पता चलती है।
यह उत्तर भारत में होने वाले सबसे ज्यादा बैक्टीरिया इंफेक्शन से होने वाली बीमारी है।
टाइफाइड बुखार होने के कारण
टाइफाइड बुखार होने का सबसे बड़ा कारण खराब पानी होता है कई लोग घरों में आ रो फ़िल्टर का पानी प्रयोग करते हैं। लेकिन फिर भी उन्हें टाइफाइड होता है ,इसका कारण यह है कि बाहर जाकर खाना पीना ,जूस पीना ,जूस में भी तो पानी मिलाया जाता है ,बर्फ में मिलाई जाती है। जिससे इंफेक्शन हो सकता है। खराब खाना इसलिए खाना ताजा खाना चाहिए। बाहर का खाना नहीं प्रयोग करना चाहिए।
टाइफाइड बुखार के फैलने के करण
इंफेक्शन लगा वैसे तो यह आम नहीं है ,लेकिन टाइफाइड का बैक्टीरिया सलमोना तपाई शरीर के हर भाग में मिलने लगता है यह मुंह के अंदर भी आ जाता है ,जिससे कई बार मुंह में छाले भी हो सकते हैं। इस कारण यह बुखार आसपास के लोगों को ट्रांसफर होना भी संभव है ,इसलिए रोगी से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। उसका झूठा पानी ,प्रयोग में लिए बर्तन दूर रखना चाहिए।
वैक्सीन
वैक्सीनेशन टाइफाइड बुखार की वैक्सीन बचपन में लग जाती है। जिससे यह बुखार होता तो है ,लेकिन इसके घातक परिणाम नहीं होते। भारत में लगभग हर बच्चे को यह वैक्सीन लगती है, लेकिन जिसको ना लगे उसके लिए टाइफाइड बहुत घातक हो जाता है। इसलिए आप अपने आसपास के सुनिश्चित करें कि हर बच्चे को यह वैक्सीन लगी हो। जिससे वह पूरी उम्र टाइफाइड से सुरक्षित रहे।
टाइफाइड बुखार की मेडिसिन
टाइफाइड बुखार होने पर जो दवाइयां दी जाती है, वो तेज बुखार की गोली जैसे पेरासिटामोल 650 एमजी देते हैं इसके साथ मरीज को एंटीबायोटिक देना होता है। इसमें एडवांस एंटीबायोटिक चलता है जैसे सफेक्सिम 200 एमजी ,कल्वित या cefuroxime 500 एमजी को दिए जाने वाली दवाई होती है, बच्चों को उनके वजन के अनुसार दवा दी जाती है। हालांकि दवाई चलती है ,लेकिन उनके वजन के अनुसार उनका दवाइयां का डोज काम दिया जाता है।
टाइफाइड बुखार में डाइट प्लान
खाने में आपको तरल पदार्थ पर ज्यादा निर्भर रहना चाहिए। कई बार दस्त लगना या उल्टी होना स्वाभाविक होता है ,आप ढेर सारा पानी पिएं ,नारियल पानी कई तरह का जूस आपको हाइड्रेट रखता है और इससे कमजोरी भी कम होती है।
खाने में हल्का खाना प्रयोग करें, जिससे कि आपका पेट उसको आसानी से बचा सके ,इसमें खिचड़ी ,दलिया और उबली हुई सब्जियां ले सकते हैं। बहुत गर्म चीजों का परहेज रखें।
खाने में स्पाइसी फ्राइड या तला हुआ भोजन प्रयोग ना करें। इस तरह का कोई भी खाना प्रयोग ना करें, जो आपके शरीर को पचाने में दिक्कत हो ,खाना लो फैट होना चाहिए, यानी तेल का प्रयोग कम से कम होना चाहिए।
टाइफाइड में सभी मसाले जैसे कि मिर्च, सॉस, सिरका आदि से परहेज करें।
टाइफाइड के लक्षण महसूस होने पर उच्च रेशेदार युक्त आहार, सब्जियां व् फल जिनमें उच्च मात्रा में रेशा, अघुलनशील रेशा हो जैसे-केला, पपीता, अनानास, कटहल,शक्करकन्द, साबुत अनाज से ना ले करें।
टाइफाइड के लक्षण महसूस होने पर मक्खन, घी, पेस्ट्री, तले हुए आहार, मिठाइयों से परहेज करें।
टाइफाइड में बाजार की बनी हुई चीजों से परहेज करें।
टाइफाइड में भारी भोजन करने से परहेज करें।
टाइफाइड में मांसाहारी भोजन से परहेज करें।
-पेट भरकर कुछ भी न खाएं।
-ऐसा भोजन न करे जो देर से पचता हो।
-चाय, कॉफी, दारु-शराब, सिगरेट के सेवन का टाइफाइड में परहेज करें।
टाइफाइड बुखार में खाने में सावधानी
अपने खाने में ली प्रोटीन फूड प्रयोग करें, जिससे कि आपके शरीर में सेल और टिशु रीजेनरेट हो सके ,आपका रोग प्रतिरोधक सिस्टम दुरुस्त हो सके। इसमें स्टीम की हुई मछली ,बेल एंड टोफू और हल्के डेरी प्रोडक्ट ,जो आपको इस बुखार से उभरने में मदद करते हैं। खाना खाने के लिए आपको थोड़ा-थोड़ा खाने का प्रयोग करना चाहिए ,अर्थात खाने की मात्रा कम ले, आप बार-बार खाना खा सकते हैं। लेकिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना ले। आप जल्दी ही ठीक हो जाएंगे।
टाइफाइड बुखार के लिए होम रेमेडीज
टाइफाइड बुखार होने पर लॉग का पानी बहुत फायदेमंद होता है ,इसके लिए चार-पांच लोँग एक कप पानी में डालकर ,उसको उबाले , जब पानी आधा कप रह जाए तो उसको हल्का-हल्का गर्म ही सेवन करें।
टाइफाइड में किशमिश का प्रयोग अत्यंत लाभकारी होता है ,किशमिश को गर्म तवे पर भूनकर 4-5 किशमिश ले यह एंटी ऑक्सीलेंट से भरपूर होती है और साथ ही हमारे मुंह में टाइफाइड बुखार की वजह से होने वाली परेशानियों को काम करता है। मुंह को साफ रखता है।
तुलसी का पानी में टायफाइड फीवर में बहुत लाभकारी होता है। असल में तुलसी हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बहुत अच्छी होती है। इसलिए गर्म पानी में तुलसी के दस पत्ते डाल कर ,उसका प्रयोग करें ,उसे पानी को पिए और उसी पानी से कुल्ला भी करें।
गिलोय की चाय टाइफाइड बुखार में बहुत काम करती है। इससे आपके हाथ पैरों में दर्द, बुखार सभी परेशानी में आराम होता है। इसके लिए हमारी उंगली के बराबर गिलोय की ३-४ लकड़ी लेकर पानी में उबालें ,काफी देर उबालने के बाद उसे पानी में शहद और हल्का सा नमक डालें। इसे चाय की तरह पिए। सुबह शाम ऐसा करने से आपको बुखार में बहुत आराम हो जाएगा। आपके पैरों में होने वाला दर्द बहुत आराम आएगा।
तेज बुखार होने पर ठंडे पानी की पट्टी सर पर रखें। अगर हाथ और पैर के तलवे बहुत गर्म है तो उस पर भी गिले पानी की पट्टी रखें। इस तरह बुखार उतारने में मदद मिलती है।
अंत में याद रखने योग्य
-साफ उबला पानी पीएं, या केवल बोतल बंद पानी पिएं।
-कच्चा आहार न लें।
-उचित तरीके से पका भोजन गरमा-गरम ही खा लें।
-बाहरी दुकानों से पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ न लें।
-संक्रमित व्यक्तियें को घरेलू कार्यों से दूर रखें।
अपने हाथों को गर्म साबुन युक्त पानी से धोएं।
-पानी को स्वच्छ करना, कूड़े-कचरे का निपटान सही तरीके से करना।-संक्रमित व्यक्तियों को अपने बर्तन और भोजन किसी से भी न बांटे।
--कच्चे फल और सब्जियां खाने से बचें।
- गर्म खाद्य-पदार्थों का सेवन करें।
-बासी खाद्य-पदार्थों को खाने से बचें।
-घर की चीजों को नियमित रूप से साफ करें।
-टाइफाइड के लिए वैक्सीन उपलब्ध हैं,कृपा जरूर लगवा लें।
अगर आप या आपके आसपास कोई टाइफाइड बुखार से पीड़ित है ,तो डॉक्टर से तुरंत मिले। यह ब्लॉग पोस्ट केवल आपकी जानकारी के लिए है। डॉक्टर आपको बुखार की तीव्रता की जानकारी दे सकता है। दवाइयां समय से ले ,हाइड्रेट रहे हैं, खाने पीने का ध्यान रखें ,आप जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे।
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thanks for interest.