शुक्रवार, 4 सितंबर 2020

.diabetes symptoms in Hindi.ब्लड शुगर डाइट प्लान diabetes diet chart.

.diabetes symptoms in Hindi.ब्लड शुगर डाइट प्लान diabetes diet chart.

Health and Wellness

diabetes symptoms 

डायबिटीज के लक्ष्ण 

  1. बहुत अधिक प्यास लगना
  2. बार-बार पेशाब आना
  3. भूख बहुत अधिक लगना
  4. अचानक से शरीर का वजह कम हो जाना या बढ़ जाना
  5. थकान
  6. चिड़चिड़ापन
आंखों के आगे धुंधलापन
घाव भरने में बहुत अधिक समय लगना

मधुमेह आहार एक स्वस्थ भोजन योजना है। जो मधुमेह वाले लोगों को उनके रक्त शर्करा या शुगर लेवल के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करती है। आहार कार्बोहाइड्रेट सेवन की मात्रा और समय को नियंत्रित करने पर केंद्रित है, जिसका रक्त शर्करा के स्तर पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।

ब्लड शुगर डाइट प्लान diabetes diet chart.

  1. जटिल कार्बोहाइड्रेट: ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो धीरे-धीरे टूटते हैं और रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से वृद्धि नहीं करते हैं। उदाहरणों में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और फलियां शामिल हैं।

  2. लीन प्रोटीन: कम वसा वाले और उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। उदाहरणों में शामिल हैं मछली, चिकन, टर्की, कम वसा वाले गोमांस, टोफू, और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद।

  3. स्वस्थ वसा: मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा की सिफारिश की जाती है क्योंकि वे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सुधारने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। उदाहरणों में नट, बीज, एवोकाडो और जैतून का तेल शामिल हैं।

  4. सरल कार्बोहाइड्रेट का सीमित सेवन: ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो जल्दी टूट जाते हैं और रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से वृद्धि कर सकते हैं। उदाहरणों में चीनी, कैंडी, मीठे पेय पदार्थ, और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट जैसे सफेद ब्रेड और पास्ता शामिल हैं।

  5. भाग नियंत्रण: उचित भाग खाने से रक्त शर्करा के स्पाइक्स को रोकने और समग्र ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

कुल मिलाकर, एक diabetes diet chart.मधुमेह आहार पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों के स्वस्थ संतुलन पर जोर देता है, जिसमें संपूर्ण खाद्य पदार्थ, लीन प्रोटीन, स्वस्थ वसा और सीमित सरल कार्बोहाइड्रेट पर ध्यान दिया जाता है।

diabetes diet chart.


  1. Breakfast:
  • 2 slices of whole wheat bread or 1 small whole wheat bagel
  • 1 scrambled egg or 1/2 cup egg whites
  • 1/2 cup low-fat cottage cheese or Greek yogurt
  • 1 small piece of fruit
  1. Mid-Morning Snack:
  • 1 small apple or pear
  • 1 tablespoon peanut butter or almond butter
  1. Lunch:
  • 2 cups mixed greens salad with cucumber, tomatoes, and bell peppers
  • 3 oz grilled chicken breast or 3/4 cup cooked lentils
  • 1/2 cup cooked quinoa or brown rice
  • 1/4 cup hummus or tzatziki sauce
  • 1 small piece of fruit
  1. Afternoon Snack:
  • 1 small carrot or celery sticks
  • 1/4 cup hummus or low-fat ranch dressing
  1. Dinner:
  • 3 oz grilled salmon or tofu
  • 1 cup cooked green beans or roasted broccoli
  • 1 small sweet potato or 1/2 cup cooked quinoa
  • 1 small whole wheat dinner roll
  • 1 small piece of fruit
  1. Evening Snack:
  • 1/2 cup low-fat Greek yogurt
  • 1/4 cup mixed berries or chopped nuts

6:30        मेथी वाटर (एक गिलास पानी में दो टीस्पून                         मेथी )
8 :30         2 बेसन का चिला ,ग्रीन चटनी 

11 :00        1 गिलास बटर मिल्क (छाज ),1 सेब 

1 :30          1 प्लेट सलाद ,मल्टी ग्रेन रोटी या ब्राउन राइस 
                  1 कोटरी मेथी की भुजी 
4 :30          ग्रीन टी निम्बू साथ में भुने चना 

7 :30         सलाद 

8 :30         चपाती ,पालक सब्जी या 1 कप दलिया 

हमें 1200 कैलोरी डेली चाहिए इस लिए डायबिटीक रोगी इस डाइट चार्ट को फॉलो करे। 

डायबिटीज में कुछ उपयोगी जानकारी। 

 Blood sugar के मरीजों के जांच व उनका मूल्य          

भारत में ब्लड शुगर सबसे बड़ी बीमारियों में गिनती की जाती है |यह बड़ी तेजी से बढ़ रही है |हमारे अनियमित जीवन शैली से वह खानपान प्रदूषण और चिंता इसका कारण है |शुगरकई प्रकार से क्या जाता है ,खाली पेट शुगर टेस्ट को ब्लड शुगर फास्टिंग कहा जाता है ,खाने के 2 घंटे बाद शुगर टेस्ट को शुगर ppजाता है| कभी भी लिया गया टेस्ट ब्लड सूगर रेंडम कहलाता है |शुगर ले वल 40 से ₹60 तक निर्धारित है और यह टेस्ट हर भारतीय के लिए आवश्यक है शुगर लेवल को बलड ग्लूकोस लेवल भी कहा जाता है |यह हमारे शरीर में खाली पेट 60से 120 एमजीएम /सीएमएम मिलता है ,खाने के बाद यह लेवल बढ़कर 140 एमजीएम /सीएनएन मिल सकता है ब्लड शुगर दो तरह की होती है इंसुलिन वन और इंसुलिन टाइप टू शुगर से बचने के लिए हमें योगा एक्सरसाइज संतुलित खाना राम जय खुश रहना चाहिए इसके अलावा स्कोर टेस्ट होता है एचडी वन आ जाता है |इसके बारे में जल्दी पोस्ट की जाएगी| यह sugar के रोगियों के लिए एक स्पेशलिस्ट है| 
दोस्तों मैंने आपको अपने एक्यूपंचर ब्लॉक में शुगर से होने वाली हानि वे मोटापे का बताया था।  अगर आपने ये नहीं पढ़ा है।  तो कृपया ब्लॉग पर विजिट करे , मैं आपको शुगर के मरीजों के लिए उपयोगी टेस्ट के बारे में बताऊंगा। सबसे पहले मूत्र में शुगर की जांच हम पेशाब के द्वारा शुगर की जांच कर सकते हैं। एक सस्ता  तरीका है  . 

लेकिन इसमें लैब  रिपोर्ट में केवल आपको शुगर इंडिकेशन प्लस का निशान में दिया जाएगा। जैसे शुगर नहीं है शुगर नील  अगर है तो 1 प्लस ज्यादा है तो 2 प्लस इस तरह हम शुगर का लेवल पता नहीं कर सकते। 

नंबर दो ब्लड शुगर रैंडम यह तरीका हम खून शुगर जांचने के लिए कभी भी कर सकते हैं इसमें हमें अपना खून देना होता है और 10:15 मिनट में हमें रिपोर्ट में जाती है। इसे ग्लूकोस रेंडम में कहते हैं। इसमें हमारी शुगर 160 mam/dl की होनी चाहिए। शुगर का लेवल हमारे खाने पीने से भी कम  और बढ़ता रहता है। 

नंबर 3 ब्लड शुगर फास्टिंग या फुल कोर्स फॉर फास्टिंग स्टेट के अंदर हमें खाली पेट सैंपल देना होता है। इस पर हमारी शुगर 120 से नीचे होनी चाहिए।  इस टेस्ट का मूल्य 40 से ₹60 तक होता है.

 नंबर 4 ब्लड शुगर पीपी इस टेस्ट के अंदर हमें खाना खाने के बाद देर से 2 घंटे तक सैंपल देना होता है। इसका मूल्य भी ₹40 से ₹60 तक निर्धारित है।  इसका लेवल भी 140 तक नीरधारित है। 

 नंबर 5 ग्लूकोस टॉलरेंस टेस्ट इस टेस्ट में हम अपने शरीर में शुगर सहन करने की शक्ति देखते हैं।  यह टेस्ट करने से पहले मरीज का एक टेस्ट किया जाता है. उसके बाद मरीज को 100 ग्राम ग्लूकोस दिया जाता है और आधे आधे घंटे बाद उसके कई टेस्ट ले जाते हैं। इससे हमें हमारे खून में शुगर बढ़ने का पैरामीटर मालूम होता है. जिन लोगों को शुगर होने का शक है. उनके लिए यह टेक्स्ट बहुत अच्छा है।  इस टेस्ट का मूल्य लगभग ₹500 निर्धारित है। 

नंबर 6 ग्लाइकोलाइट हिमोग्लोबिन यह टेस्ट जिससे हमें हमारे शुगर फास्ट में कैसा रहा इसका परसेंटेज मालूम पड़ता है शुगर टेस्ट की वैल्यू 4 पॉइंट एक से सिक्स पॉइंट 5 पर्सेंट होनी चाहिए।  यह टेस्ट ₹300 से ₹500 के बीच होता है।  लेटेस्ट शुगर के मरीजों के लिए आइडियल है. दोस्तों अगली पोस्ट में मैं आपको शुगर के मरीजों के लिए और टेस्ट जो जरूरी है का जिक्र करूंगा। 


शुगर के रोगी के लिए एडवांस टेक्नोलोजी 


शुगर के मरीजों के लिए DexcomG6


what is a glucose or diabetes.

शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने को शुगर की बीमारी कहा जाता है ।वैसे तो शुगर हमारे शरीर में हमेशा रहता है और हमारे शरीर को चलने फिरने की ताकत देता है। लेकिन कई बार पैंक्रियास में कोई दिक्कत आने से insulin level नहीं बनने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। इसके वैसे तो कई कारण होते हैं। लेकिन प्रमुख कारण जेनेटिक्स भी है  ।एक खराब जिनकी वजह से हमारे शरीर में कई तरह की कमी पैदा करता है जिसे डीएनए हमारे शरीर में  ईन्सूलिनबनाने वाले सेल बनाना कम कर देता है। इसलिए हमें डायबिटीज होती है ।

यह दो तरह के हो सकती है ःः

type of sugar patient.

इंसुलिन टाइप वन (insulin type 1)


  टाइप टू (insulin type 2)

शुगर के मरीजों के लिए DexcomG6

what is dexcom G6

 दोस्तों यदि हम शुगर लेवल को मॉनिटर करते रहे यानी खून में कितनी शुगर है यह जांच करते रहे और इलाज करते रहें तो शुगर होने के बाद भी हम सामान्य जीवन गुजार सकते हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या की हम दिन में कितनी बार खून में शुगर की मात्रा जांच कर सकते हैं ।क्योंकि हर पल शुगर मात्रा घटती या बढ़ती रहती है। यदि है 80 से 140 ng/ml तक रहती है, तो ठीक है इससे कम या ज्यादा यह खतरनाक भी हो सकती है। सुपर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्योंकि इसके बारे में हमें पता भी नहीं चलता कि हम उनको उस लेवल के कम या ज्यादा होने से पीड़ित है और जी धीरे धीरे हमारे ऑर्गन जैसे लीवर किडनी आंखों को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। 

शुगर के मरीजों के लिए DexcomG6

लेकिन दोस्तों विज्ञान निरंतर हमारे स्वास्थ्य के लिए नई तकनीक का प्रयोग और अविष्कार करता रहा है ।आज मैं आपको ऐसी एक तकनीक की जानकारी दे रहा हूं  जो  शुगर के मरीजों के लिए वरदान है ।इस तकनीक का नाम है डैटसन glucose monitoring system इस सिस्टम में एक छोटी सी चिप हमारे चमड़े के अंदर लगाई जाती है ।इसके अंदर एक सैसर होता है वह सेंसर हमारे glucose या शुगर लेवल को नापता करता है और बिना तार के उस डाटा को एक डिवाइस पर भेजता है। अपने मोबाइल फोन में देख सकते हैं. इस तरह डायबिटीज को हर पल मानीटरिंग कर सकते हैं और उस डाटा की सहायता से उसके शरीर में इंसुलिन हार्मोन लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है ।जिससे शुगर के मरीजों का इलाज बहुत आसान हो जाता है और वह लोग एक सामान्य जीवन गुजार सकते हैं।

शुगर के मरीजों के लिए DexcomG6



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