विटामिन ए
Vitamin A
हमारे शरीर में विटामिंन ए की जरूरत के बारे में छोटा सा ब्लॉग प्रस्तुत कर रहा हूं। हम विटामिंन ए के बारे में लगभग सभी लोग जानते हैं, विटामिंन को केवल ताकत का स्रोत समझते हैं। लेकिन उसमें असल में विटामिंनस हमारे शरीर का आधार है और हमारे लिए अत्यंत आवश्यक है। इसी कमी से हमारे शरीर में कई बीमारियां घर कर जाती हैं। इसलिए इसका संतुलित होना अत्यंत आवश्यक है।
विटामिन ए क्या है ?
मैं जिस विटामिन ए के बारे में बात करूंगा। उसे हम विटामिन ए नाम से जानते हैं ,जो हमें सब्जियों और जानवरों के मांस दोनों में प्राप्त होता है। लेकिन यह आपके लिए अत्यंत आवश्यक है।
Night Blindness
नाईट ब्लाइंडनेस
नाइट ब्लाइंडनेस रात के समय ना दिखना ,विटामिंन ए की कमी से होता है। दिन में रोगी सामान्य देखता है। लेकिन रात होने के बाद देख नहीं पाता। कई बार कलर ब्लाइंडनेस रंग जानने की क्षमता भी खो जाती है।
विटामिन A का ज्यादा उम्र में इफ़ेक्ट
आंखों के लिए इसके अलावा ज्यादा उम्र में आंखों पर होने वाले असर के लिए भी यही विटामिंस ए की कमी जिम्मेदार होती है। जो लोग विटामिन ए भरपूर मात्रा में लेते हैं। उनको आंखों से संबंधित दिक्कते काफी कम होती हैं।
विटामिन ए के फायदा
Vitamin A benfit
इससे भी जरूरी है विटामिन ए हमारे कैंसर को रोकता है। यह एक अच्छा एंटीऑक्सीलंट होता है ,यानी तो रोगप्रतिरोधक क्षमता, साथ ही यह कोशिकाओ को रीजेनरेट या पूर्ण निर्माण करता है। जिससे कैंसर का रिस्क काफी कम हो जाता है और Hodgkins lymphone कैंसर जो फेफड़ा, सर्वाइकल ,ब्लेंडर का कैंसर हो सकता है ,उसका रिस्क बहुत ज्यादा कम करता है।
मुहासे का इलाज
Treatment of acne
इसका एक काम है यह भी कि यह मुहासे भी कंट्रोल करने का काम है। इसकी कमी से हमारे चेहरे पर मुंहासे निकल आते हैं क्योकि यह सेल को पूर्ण निर्माण करते है। आप सब जानते हैं कि हमारा शरीर cell या कोशिकाओं से बना हुआ है। चेहरे की चमड़ी भी सेल से बनी है। यदि सेल रिजनरेट होते हैं और नए सेल पुराने सेल की जगह आते हैं, तो इससे ना केवल हमे मुंहासे से छुटकारा मिलता है ,बल्कि हमारा रंग भी साफ रहता है व दाग धब्बे भी दूर रहते हैं। यदि सेल रीजेनरेट नहीं होंगे तो हमारे चेहरे पर दाग धब्बे हो जाते हैं। विटामिन ए कितना काम का है ,अब आप सोच रहे होंगे।
Side effect
साइड इफ़ेक्ट
विटामिन ए के बारे में जान लिया ,लेकिन इसको ज्यादा मात्रा में लेना खतरनाक हो सकता है। विटामिन ए बहुत ज्यादा मात्रा में लेना खतरनाक होता है। यदि आप 10,000 यूनिट से ज्यादा 1 दिन में विटामिन ए लेते हैं, तो आप उल्टी ,गला सूखना ,सर दर्द, शरीर में दर्द के अलावा मौत को भी बुलावा दे सकते हैंपर घबराइए नहीं विटामिंन ए की गोलियां लेने के बजाय आप प्राकृतिक तरीके से विटामिन ए ले सकते है।
विटामिन ए का प्राकृतिक स्रोत हैं:
sources of Vitamin A
ब्रोकली
पालक
मास में लीवर
स्वीट पोटैटो (सकरकंदी )
अंडे का पीला वाला भाग
शिमला मिर्च
आम
दूध
पेठा
सूरजमुखी के बीज
कीवी
मछली का तेल
इन सब में भरपूर मात्रा में विटामिन ए होता है। अगर आप इन सभी चीजों को अपने खाने में सम्मिलित करते हैं। तो यकीनन तौर पर आप विटामिन ए का संतुलन बनाए रखेंगे।
Vitamin A capsule
विटामिन ए कैप्सूल
इसके अलावा विटामिन ए टेबलेट और कैप्सूल में भी आते हैं। जो डॉक्टर की सलाह से आप ले सकते हैं। फिश लीवर आयल व कैप्सूल आते हैं। जिन्हें विटामिन ए की कमी के दौरान लिया जाता है। यह मछली से बना होता है। इसलिए कई लोग जो शाकाहारी होते हैं, इनसे परहेज करते हैं।
वैसे बहुत सारे साग ,सब्जी ,दूध में भी विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है आप इन सब का सेवन करके अपने शरीर में विटामिन ए का संतुलन बना सकते हैं।
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thanks for interest.