Tulsi
tulsi benefits in hindi
तुलसी पौधे से शायद कोई भारतीय होगा ,जो परिचित ना हो। इसका प्रयोग हम अक्सर करते हैं, चाय में डालकर या हिंदू प्रसाद के रूप में इसका प्रयोग करते हैं।
tulsi benefits in hindi
लेकिन क्या आपने कभी जाना है कि तुलसी अमृत प्राय क्यों है ?
क्योंकि इसके गुण इसे सबसे अलग बनाते हैं और यह हमें जीवन देती है। तुलसी का साइंटिफिक नेम Ocimun tenuiflorum है। इस पौधे की चार प्रकार भारत में मिलती है। इसको हम होली बासिल भी कहते हैं। जो Lamiacease परिवार से है। जहा इस पौधे को क्वीन ऑफ़ प्लांट या मदर मेडिसिन ऑफ नेचर यानी प्रकृति की दवा की माता माना जाता है।
तुलसी की कहानी
हिंदू से फीमेल पौधा मानते हैं। इससे बहुत सारी हिंदू कहानियां भी प्रचलित है। हमारे पुराने ग्रंथों के हिसाब से तुलसी माता का विवाह भगवान विष्णु से हुआ था ,जिन्होंने शालिग्राम का अवतार लिया था और तब से भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का होना अनिवार्य है। हालांकि एक कथा है।
लेकिन इसके गुण आपको मंत्र मुक्त कर देंगे।
भारत में मिलने वाली चार प्रकार की तुलसी
तुलसी के प्रकार
टाइप ऑफ़ तुलसी
Type of tulsi in hindi
1. कृष्णा तुलसी
2. रामा तुलसी
3. वाना तुलसी
4. कपूर तुलसी
तुलसी के पौधे लगाने की विधि
यह तुलसी अलग-अलग रंग के पत्तों और अलग-अलग ऊंचाई के पौधों में मिलती है। तुलसी का पौधा लगाना बहुत आसान है। इसके छोटे-छोटे पौधे हर तुलसी के पौधे के आसपास वर्षा ऋतु के बाद में मिल जाते हैं। इसके लिए आपको केवल एक गमला चाहिए या के आस पास थोड़ी सी जमीन ,उसमें थोड़ी सी साफ मिट्टी डालने के बाद, तुलसी का पौधा लगाये।
तुलसी के पौधे का बचाव व् सावधानी
1. उसमें साफ पानी डालें और उसको गंदगी से दूर रखें। क्योंकि गंदा पानी या इंफेक्शन इस पौधे को जल्दी ही खत्म कर देते हैं।
2. यह काफी सेन्सिटिव से होता है। इसको ठंडी जगह रखें ,धूप से भी या खराब हो जाता है।
3. ओस और ठंड इसका दुश्मन होते हैं। इसलिए याद रखें सर्दी में भी इसको ऐस जगह रखें ,जहा इसके ऊपर कोहरा और ओस ना गिरे और यह सुरक्षित रहे।
4. कुछ समय बाद आप पाएंगे की , एक सुंदर हरा भरा पौधा बड़ा हो गया है। इसके आसपास खुशबू होती है और यह आसपास की बदबू को समाप्त करता है।
5. तुलसी के कुछ फायदे भारत में तुलसी के पौधे को चाय में बहुत ज्यादा प्रयोग किया जाता है। इसके कई फायदे हैं ,जैसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना ,सर्दी खांसी के लिए रामबाण इलाज है ,इसके अलावा भी इसके और कई फायदे हैं।
tulsi benefits in hindi
- दिल के लिए फायदेमंद.
- पाचन के लिए फायदेमंद.
- त्वचा में निखार लाने में कारगर.
- तनाव को कम करने में मददगार.
- सर्दी दूर करने में फायदेमंद.
- कैंसर को रोकने में मददगार.
- सर्दी-खांसी के लिए कारगर.
- कई बीमारियां होती हैं दूर
- कैंसर में उपयोगी
- कैंसर रोधक
- तेज़ाब की समस्या को रोकती है
तुलसी को प्रयोग करने के तरीके
1. तुलसी को कई तरीके से ग्रहण किया जा सकता है। इसके पत्तों को खराब जा सकता है। इसके चार पांच पत्ते पानी में भीगा कर कुछ देर बाद खाने से शरीर मैं तेजाब की समस्या ठीक होती है। हमारे शरीर में से टॉक्सिक या विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और यह एंटी ऑक्सीडेंट काम करती है, इम्यून सिस्टम मजबूत करती है। कब्ज और दस्त की समस्याओं में भी फायदा पहुंचाती है।
2.इसको चाय में डालकर भी पीया जाता है। चाय बनने के बाद इसके कुछ पत्ते धोकर चाय में डाल दिए जाएं ,तो यह आपको बहुत फायदा करेगी।
3.इसके पत्तों का रस भी प्रयोग किया जाता है। जिन लोगों को सर्दी खांसी रहती है ,मुंह से बदबू आती है। उनके लिए रामबाण इलाज है।
4.इसके अलावा बीजों का प्रयोग भी किया जाता है। आधा चम्मच बीज पानी में भीगा कर दो-तीन घंटे बाद खाने से शरीर में बीपी कंट्रोल होता है। लो बीपी से फायदा होता है। हाइपरटेंशन मैं फायदा होता है और सेक्स समस्या में हुई यह फायदा करती है।
tulsi ke side effect
यह तो तुलसी के फायदे के बारे में लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं तुलसी तुलसी में मरकरी और आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जिससे हमारे दातो का रंग खराब हो जाता है। यह खून को पतला करता है ,जो बी पी वाले रोगी के लिए सही नहीं है।
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