acupressure
पह एक्यूपंचर क्या है?acupuncture or acupressure
आज acupressure और एक्यूपंचर के बारे में बात करेंगे। वैसे तो बहुत पहले मैंने इस पर एक ब्लॉक लिखा था। आप लोगों ने पढ़ा दिया होगा ,लेकिन मैं कुछ नई जानकारी के साथ में आपको दोबारा इस विषय पर जानकारियां दूंगा।
सबसे पहले एक्यूपंचर क्या है ?एक प्राचीन विधा जो ना केवल चीन में प्रयोग की जा रही थी ,बल्कि भारत ,कोरिया, जापान इन जगह भी इसका प्रयोग किया जा रहा था। हम केवल चाइना में प्रयोग की जाने वाली एकुपंचर के बारे में जानते हैं। परंतु भारत में भी इसका प्रयोग किया जाता था। इसके कई प्रमाण मेरे पास है।
इसके बारे में एक यह भी जानकारी हैं कि एक्यूपंचर और एक्यूप्रेशर समान है। इनमें प्रयोग होने वाला बेसिक ज्ञान एक ही है, जो हमारे शरीर के पॉइंट पर आधारित है।
पॉइट्स उनको कहते हैं ,जहां हमारे शरीर को एक विशेष ऑर्गन को उत्तेजित करने के लिए या तो सुई से भेदे जाता है या दबाकर इलाज किया जाता है। हमारे शरीर में सैकड़ों पॉइंट होते हैं। जिन पर हम एक्यूप्रेशर एक्यूपंचर से प्रयोग कर सकते हैं।
प्राचीन एक्यूप्रेशर वैसे तो चाइनीस और भारतीय विद्या पहले से ही मौजूद थे। लेकिन उनको समझना प्रयोग करना बहुत मुश्किल था। इसलिए आधुनिक एक्यूप्रेशर में केवल वही पॉइंट्स लिए गए हैं। जिन को आसानी से समझा जा सके और प्रयोग कर सके ,जिससे हमें अच्छे परिणाम ही मिल सके। इस प्रकार के नया एक्यूप्रेशर ज्ञान बनाया गया है और एकुपंचर और एक प्रेशर इसी नियम पर चलाए जा रहे हैं। बिना दवाई के इलाज करने का एक अच्छा तरीका है।
ध्यान योग्य हालांकि इसका प्रयोग करते समय परफेक्ट प्रैक्टिशनर से ही एक्यूप्रेशर या एक्यूपंक्चर करवाना चाहिए। गलत तरीका अपनाने के बाद हमें प्रणाम भी विपरीत मिल सकते हैं। वैसे तो सभी एक्युपंचर टेक्नीशियन यह दावा करते हैं इनका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। लेकिन यदि आप गलत तरीके से एक्यूपंचर करते हैं। तो उनके परिणाम भी घातक हो सकते हैं। इसलिए हमें एक निपुण व्यक्ति की सेवाए लेनी चाहिए।
हमारे शरीर में सबसे आसान एकुपंचर या एक्यूप्रेशर पॉइंट हमारे हाथ और पैरों में होते हैं। जो हम स्वय ही अपना इलाज कर सकते है। जैसे हाथों में उंगली के अंदर पेट ,गैस ,आंखें ,कान ,नाक पॉइंट होते है। इन पॉइंट दबाने के बाद हम इनके तकलीफ से छुटकारा पा सकते हैं। इसे हम आसानी से खुद भी ऐसा कर सकते हैं। 
करने का तरीका एक्यूप्रेशर के लिए हमें अपने अंगूठे से निश्चित पॉइंट को 15 से 20 सेकंड दबाना चाहिए और इसको बार बार प्रयोग करना चाहिए। हम कोई पेंसिल का प्रयोग भी कर सकते हैं और कुछ पॉइंट को दबा सकते हैं। धीरे-धीरे हम समय बढ़ा सकते हैं। एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर की सेटिंग देने के बाद हमें कुछ चक्कर कमजोरी महसूस हो सकती है ,लेकिन घबराना नहीं चाहिए। ऎसा अक्सर होता है और कुछ देर में ठीक हो जाता है। इसके लिए एक्यूप्रेशर सेटिंग के बाद कुछ गर्म पानी पिए और एक्यूपंचर और एक्यूप्रेशर का लाभ उठाएं। बिना दवाई अपने आप को स्वस्थ रखें। नेक्स्ट ब्लॉक में एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के बारे में और जानकारी दी जाएगी।
Simple acupressure points for all
Simple acupressure points for all 2 एक्युप्रेशर पॉइंट्स आज मैं आपको पैरों के कुछ सिंपल एक्यूप्रेशर बारिश बता रहा हूं ।जिसे कोई भी प्रयोग कर सकता है।
सबसे पहले: Simple acupressure points for all 2
नंबर 1 पैरों की चारो ऊगली और अंगूठे के टॉप पर स्थित पॉइंट हमारे सिर का पॉइंट है ।इसे सरदरद,डिप्रेशन और माइग्रेन में दबाएं ।
नंबर 2 छोटी उंगली परिस्थिति पॉइंट चित्र देखें कान का Acupressure point है ।इसको दबाने से कान दर्द में व कम सुनने में फायदा होगा ।
नंबर 3 इससे केवल 10 सेंटीमीटर दूरी पर पॉइंट दिल का पॉइंट है ।कम बीपी ,घबराहट ,कमजोर दिल होने पर इस पॉइंट को दबाएं। इससे दिल की धड़कन संतुलित होती है और दिल मजबूत होता है।
नंबर 4 दिल के पाइनट से 10 सेंटीमीटर दूरी पर नीचे की तरफ स्थित पॉइंट कंधे का होता है। कंधे के दर्द और फ्रोजन शोल्डर में इस पॉइंट को दबाने से अत्यधिक लाभ होता है।
नंबर 5 सोल्डर से नीचे वाला पॉइंट चित्र में देखें लिवर का पॉइंट है कम भूख लगने पर इस पॉइंट का दबाए, अत्यधिक शराब का सेवन करने वाले लोगों का लिवर खराब होता है। इस पॉइंट दबाने से लीवर में लाभ मिलेगा ।
नंबर 6 एड़ी के बीचोंबीच स्थित पॉइंट पीठ का है पीठ के ऊपरी भाग में दर्द होने पर इस पॉइंट को दबाए जो लोग कुर्सी पर बैठकर कई घंटे काम करते हैं ।वह इस प्वाइंट को दबाए ,इससे उनको पीठ दर्द में लाभ मिलेगा।
नंबर 7 अंगूठे से नीचे आने पर एडी से चार उगली ऊपर पॉइंट , चित्र में देखें वह पॉइंट ,हमारी छोटी आत का है ।जिन लोगों को कब्ज की शिकायत होती है या खाया नही लगता है ।उन लोगों को इस प्वाइंट को दबाना चाहिए और गर्म पानी का सेवन करना चाहिए।
नंबर 8 अंगूठे से नीचे लाइन में पैरों के बीच में पॉइंट हमारे पेट का है। पीते जाओ गैस के लिए इस पॉइंट को दबाना चाहिए और अत्यधिक पानी का प्रयोग करना चाहिए ।
नंबर 9 अंगूठे के नीचे बीच में स्थित पॉइंट साइनस का होता है। जुखाम साइनस में इस प्वाइंट को दबाना चाहिए। यह पॉइंट आपको लाभ पहुंचाएगा।
Simple acupressure points for all 2 यह थे कुछ पैरों के आसान असाधारण पॉइंट्स आप ज्यादा फायदा चाहते हैं ,तो हाथों और पैरों के पॉइंट एक साथ दबाएं हाथों के पॉइंट के लिए मैंने पिछली मुहाँसों का मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
Oily skin त्वचा की वसामय ग्रंथियां सेबम नामक तैलीय पदार्थ का उत्पादन करती हैं। जब ये ग्रंथियां अत्यधिक सेबम का उत्पादन करती हैं, तो यह रोमछिद्रों को बंद कर सकता है।
Dead cell मृत त्वचा कोशिकाएं और अतिरिक्त सेबम बालों के रोमछिद्रों को बंद कर सकते हैं, जिससे बैक्टीरिया पनपने का अच्छा माहौल बन जाता है।
Infection *प्रोपियोनिबैक्टीरियम एक्नेस* (P. acnes) नामक बैक्टीरिया त्वचा पर स्वाभाविक रूप से रहते हैं, लेकिन जब रोमछिद्र बंद हो जाते हैं, तो ये तेजी से बढ़ सकते हैं और सूजन पैदा कर सकते हैं, जिससे मुहाँसे बनते हैं।
Harmone हार्मोन, विशेष रूप से एंड्रोजन, सेबम उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। यही कारण है कि किशोरावस्था, मासिक धर्म, गर्भावस्था और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) जैसी स्थितियों में मुहाँसे आम होते हैं।
Unhealthy food : कुछ खाद्य पदार्थ, विशेष रूप से जो उच्च परिष्कृत शर्करा और डेयरी उत्पादों में होते हैं, कुछ लोगों में मुहाँसों का कारण बन सकते हैं।
Stress तनाव हार्मोनल परिवर्तन को प्रेरित कर सकता है जो मुहाँसों को बढ़ा सकता है।
Genetic परिवार में मुहाँसों का इतिहास है, तो इनके होने की संभावना बढ़ जाती है।
Beauty products : कुछ त्वचा और बालों के उत्पाद रोमछिद्रों को बंद कर सकते हैं, जिससे मुहाँसे हो सकते हैं।
में आपको बताया था ।कृपया दोनों पोस्ट को पढ़ें और इसका लाभ उठाएं । Simple acupressure points for all 2 धन्यवाद।
धन्यवाद।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
thanks for interest.