हमें सर्दी जुकाम क्यों होता है ?
फ्लू क्या है ?
यह है छोटा सा प्रश्न है लेकिन इसका उत्तर बहुत बड़ा है। हमें जीवन में हर किसी को सर्दी जुखाम जैसे इंफेक्शन का सामना करना पड़ता है। कई लोगों को यह बहुत ज्यादा होता है।
यह इंफेक्शन होता क्यों है ?
व् जुकाम क्या है ?
हम ऐसे सवालों को अपने आसपास पूछते हैं। मैं आपको इन सभी प्रश्नों के उत्तर दूंगा।
सबसे पहले जुखाम है क्या ?
हमारी छाती में होने वाले वायरस के लक्षण की वजह से नाक के अंदर साइनस में एक जगह जिसे नोज लाइनिंग बोलते हैं में से निकलने वाले म्यूकस जैसे पर्दाथ को जुकाम कहते है। कई बार यह हमारे गले में भी प्रभाव डालता है , जिससे हमें गले में खारिश महसूस होती है और खांसी भी हो जाती है।कई बार वायरस हमारे शरीर पर जायदा प्रभाव डालता है तो हमें इस वजह से बुखार भी हो जाता है।
वैसे जुकाम के कई कारण होते हैं।
1. लेकिन सबसे आम फ्लू वायरस है। कई किस्म के बारे में वायरस हमारे आसपास होते हैं ,जो जुकाम ,खांसी पैदा करता है। उस वायरस ग्रुप को फ्लू कहते हैं।
2 . इसके अलावा राइनो वायरस भी हमारे शरीर में जुखाम पैदा करता है। जिससे बुखार व खांसी बन सकती है।
३. इसके अलावा बार बार जुकाम होने का एक कारण हमारी कमजोर इम्म्युंटी भी हो सकती है। हमारे चारों तरफ वायरस होते हैं। वायरस हमारे शरीर में प्रवेष करते हैं। लेकिन हमारी इम्म्युंटी हमें बीमारी से लड़ने वाली ताकत देती है और हमे उस वायरस से बचा लेती हैऔर हम जल्दी बीमार नहीं होते। यदि हमारी इम्युनिटी कमजोर होती है ,तो हम बार बार बीमार होते है और इम्युनिटी ठीक है ,तो वह हमें बार-बार बीमार नहीं होने देती। यह भी एक कारण होता है जल्दी जल्दी सर्दी जुखाम होने का ,
4. इसके अलावा हमारे आसपास का वातावरण भी प्रभावित करता है। एक मीथ है कि सर्दी जुखाम ठंड की वजह से होता है, पर यह गलत है ,वायरस का असर गर्मी सर्दी में एक जैसा ही होता है ,जी हां यह जरूर है हमारा शरीर का तापमान कम होगा,तो वायरस को फेलने के लिए अच्छा तापमान मिल जाता है। इसलिए सर्दी में खांसी हम पर ज्यादातर डालती हैं।
5. इसके अलावा हमारे यानी फेफड़ों में होने वाले एलर्जी भी सकती है,जिससे हमारे शरीर में धुल मिट्टी या अन्य किसी पदार्थ जैसे मिर्च इत्यादि के प्रति कोई एंटीबॉडी बन जाता है। तो हम उस पदार्थ के संपर्क में आते साथ ही जुकाम से पीड़ित जाते हैं।
जुखाम से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करना चाहिए।
लोगों से दूरी बनानी चाहिए ,हमारे मुंह से निकलने वाले हैं ड्रॉपलेट्स यानी पानी की बुँदे , वायरस को ट्रांसपोर्ट करती हैं। इसलिए दूरी बनाना आवश्यक है।
हमें आपस में झूठा खाना शेयर नहीं करना चाहिए। इस तरह हम जुखाम हो सकता हैं।
घरेलू इलाज
इसके अलावा चवनप्राश व् शहद जैसे पदार्थ है ,जिनके सेवन से हमे से हमें बार-बार जुखाम नहीं होता है।
तुलसी यह भी एक हर्ब है ,जो गर्म पानी में उबालकर प्रयोग करने से बहुत फायदा होता है।
जुकाम खांसी बुखार होने पर हमें गिलोय तुलसी का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।
दालचीनी की चाय यह एक बहुत अच्छा विकल्प होता है।
अंत
जुखाम खांसी के दौरान देने का आप छोटी-छोटी सवधानी करके जुखाम खांसी से बच सकते हैं। जुकाम गंभीर भी हो सकता है। इसलिए इसपर ध्यान दें ,अन्यथा गंभीर समस्या भी पैदा कर सकता है। इसे जल्द से जल्द ठीक कर देना चाहिए।
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