corona update.
आपने जाना कि सरकार कोल्ड चैन मैनेज करने के लिए काम शुरू कर दिया है। यानी सरकार कोरोना वैक्सीन के लिए काम कर रही है। सरकार ने ऐलान कर दिया है कि मार्च में वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी और सरकार का लक्ष्य है कि 25 करोड को लोगों को लगाई जाए ,ताकि कोरोना इनफेक्शन पर काबू पाया जा सके।
cold chain
वैक्सीन के लिए कोल्ड चैन मैनेज करना जरूरी होता है। वैक्सीन का टेंपरेचर बना कर ना रखा जाए ,तो खराब हो जाते हैं। ऐसा करना अति आवश्यक होता है। क्योंकि वैक्सिंग के अंदर वायरस बैक्टीरिया ऐसे कोई जिंदा माइक्रोब हो सकते हैं। यदि उनको निश्चित टेंपरेचर नहीं मिलता तो वह अपनी संख्या बढ़ा सकते हैं. इसलिए इस तरह के बफर सलूशन में उन्हें रखा जाता है ,अगर तापमान मैंटेन न हो तो वायरस अपने आप नष्ट हो जाएं। अन्यथा वह खुद बीमारी फैला सकते हैं।
the other factor
इधर सरकार भी कोल्ड स्टोरेज के लिए अपने आप को तैयार कर रही है। लेकिन विरोधाभास यह भी है क्या अमेरिका से आई रिपोर्ट जिसमें एचआईवी वायरस पर रिसर्च करने वाले ड्यूक यूनिवर्सिटी डरहम नार्थ करलोना के डॉक्टर मोंटी डायरेक्टर वैक्सीन ने आश्चर्य व्यक्त किया , उन्होंने कोरोना वायरस की जांच की उसका डाटा चेक किया। तो हैरान कर देने वाला रिजल्ट मिला कि वायरस एक से दूसरे संपर्क में आने पर म्युटेंट हो रहा है यानी अपने आप को बदल रहा है ,ऐसा ही वक्तव्य डॉक्टर बेट्टे biologist New Mexico ने भी दिया बताया , हजारों सैंपल की जांच करने के बाद उन्होंने यही पाया कि कोरोना वायरस mutant हो रहा है। जैसे कि एचआईवी वायरस हो रहा था। इसलिए इतने सालों बाद भी हम एचआईवी की वैक्सीन बना नहीं सके। क्योंकि हम जिस वायरस की वैक्सीन बनाते हैं वह वायरस अपने आप को कुछ समय में बदल देता है। कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जाने पर भी अपने आप को बहुत तेजी से बदल रहा है. हमने चाहिए में देखा HIV वायरस में इतने बदलाव के बाद भी लगभग 90% लोग एक ही तरह से एचआईवी के शिकार होते है और उनकी जान भी जाती है।
covid 19 virus
जबकि कोरोना वायरस अलग तरीके से करता है. किसी व्यक्ति को बिल्कुल भी नुकसान नहीं होता और किसी व्यक्ति को बहुत नुकसान करता है और जान भी जा सकती है. दोस्तों आप और हम चाहते हैं कि कोरोना वायरस चला जाए,हम यही चाहते हैं।
लेकिन इस विरोधाभास में वैक्सीन का सफल होना संदिग्ध लगता है या यह हो सकता है कि हमें हर साल नई वैक्सीन चाहिय होगी।
corona rumor
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इसके अलावा एक अपडेट और भी है , जो हमे दुखी करती है। वह यह है कि लोग अफवाह फैलाते हैं कि कोरोना के बारे में लोगों का विचार है कि करोना की रिपोर्ट गलत है. करोना खत्म हो चुका है। इसलिए मास पहनना आवश्यक नहीं है. लेकिन दोस्तों यह गलत है.
कोरोना अपनी पीक पर है अर्थात अभी तो कोरोना के केस पहले से भी जयादा आ रहे है। इस लिए आप सावधान रहे सुरक्षित रहे। इसी के साथ गुड बाय।
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thanks for interest.