खांसी बुखार: सुरक्षित रहने के लिए आपको जो कुछ भी जानना चाहिए
डेंगू बुखार क्या होता है ?
डेंगू बुखार मच्छरों से फैलने वाला एक वायरल संक्रमण है जो दुनिया भर के कई उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है। इस विस्तृत ब्लॉग पोस्ट में, हम डेंगू बुखार के बारे में विस्तार से बताएँगे ताकि आपको इसके प्रभाव को समझने में मदद मिल सके और आप खुद को और अपने प्रियजनों को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
हर साल क्यों होता है पेट का बुखार ?.jpg)
हम हर साल अपने आसपास गंभीर बुखार के मामले में रहते हैं। हम यह भी जानते हैं,डेंगू हर साल फैलने वाला बुखार है और हर साल यह हमारे चारों तरफ़ कहर बरपाता है।
लेकिन ऐसा क्यों है ?
क्या क्रोनिक बुखार जो हमारी जान भी ले सकता है, जी हां। . लेकिन आप जानते हैं। सरकार हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है और हम अपने आसपास भी सफाई करते हैं। लेकिन फिर भी हर साल एक खतरा आता है और सैकड़ो लोगों को मौत के घाट उतार देता है।
इसके पीछे क्या कारण है कि हम कीटनाशक को नियंत्रित नहीं कर पाते।
जो मच्छर के काटने के लिए जिम्मेदार है। वे एडिज एजिप्टी कहते हैं। यह केवल कारण ही नहीं बल्कि चिकनगुनिया, येलो फीवर और जीका वायरस भी फैलता है।
एडिज एजिप्टी
एडीज एजिप्टी मच्छर हमारे घर के पास ही पैदा होता है और साफ पानी में यह पैदा होता है। यानी कूलर, पानी की टंकी या गमालों में इसके अंडे पाए जा सकते हैं और उससे भी हैरानी की बात यह है कि यह आदमियों में प्लाज्मा ट्रांसफर नहीं करता है, क्योंकि हम इंसान भी इसके शरीर में प्लाज्मा ट्रांसफर करते हैं, जी हां आप हैरान हो गए होंगे ऐसा वास्तव में नहीं होता। यदि कोई राहत का रोगी है और उससे मच्छर कटता है। तो वह एडिज एजिप्टी है। तो उसके शरीर में यह वायरस चला जाता है और वह भी तनाव से पीड़ित हो जाता है। उसके बाद वह वायरस को अन्य लोगों में फैलाता है। इस तरह कीटनाशक आदमियों में मच्छर से और मच्छरों से हम में से ही फैलता है।
एडिज एजिप्टी मच्छर की पहचान
यह ना कमाल एडीज एजिप्टी मच्छर गहरे रंग का और पैरों पर सफेद निशान छाती पर भी कुछ निशान होते हैं। यह 4 से 6 mm लंबा होता है, लेकिन इससे रानी की बात यह है कि यह केवल 3 फुट ऊंचाई तक उड़ सकता है। इसलिए हमारे पैरों पर कटाता है। यह आपके जीवन काल में 500 से 1000 तक बच्चा पैदा कर सकता है। इसलिए आप समझ सकते हैं। तनाव ज्यादा क्यों राहत है।
मच्छर हमें कैसे ढूंढ़ता है।
असल में हर मच्छर हमारे साथ शरीर में पसीने की दुर्गंध और हमारे शरीर की गर्मी से हमें पहचान लेता है और वो हमारे आस-पास गर्मी महसूस करता है। यह केवल रात को ही सक्रिय होता है और दिन में छुप जाता है। इसलिए रात के समय हमें ज्यादा सावधानी की आवश्यकता होती है।
Dengue फीवर के लक्षण
पेरासिटामोल 650mg साँस में दी जाती है। ताकि बुखार दूर हो और एंटीबायोटिक और विटामिन सी की ज्यादा खुराक दी जाती है। इसके अलावा नारियल पानी, कीवी, मौसमी का जूस और पानी की अधिक मात्रा दी जाती है। ताकि शरीर में गंदगी कम न हो, ऐसा होने से हमें चक्कर और लो बीपी की शिकायत होती है। हमें ज्यादा आराम करना चाहिए। डॉक्टर के संपर्क में रहें और कोशिश करें कि हमें बुखार न हो।
1. लक्षण:
बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और त्वचा पर लाल चकत्ते मितली, उल्टी, थकान।
गंभीर डेंगू (डेंगू हेमोरेजिक फीवर): इसमें खून बहना, प्लेटलेट्स की संख्या में कमी, ब्लड प्लाज्मा का रिसाव और अंगों को नुकसान शामिल है, जो जानलेवा हो सकता है।
2.डेंगुफीवर का समय
इसका बुखार का समय एक सप्ताह होता है। इसलिए पहले हफ्ते हमें ज्यादा सावधानी बरतनी होती है।
तीव्र बुखार के बाद हमारा शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। इस कारण से सोडियम पोटैशियम, विटामिन सी और विटामिन बी 12 की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। हमें सब कुछ नारियल के पानी में मिल जाता है। इसलिए कोशिश की जाए बांस, मौसमी, कीवी और मच्छर का प्रयोग भी करें। आप जल्दी स्वस्थ हो जाओगे।
Dengueबचाव
राहत से बचने के लिए हमारे आस-पास पानी जमा न होने दे। गमले व कूलर का पानी सुखा दे। कई जगहों से होती है, जहां पानी रोका नहीं जा सकता, इसलिए वहां पानी की टंकी इत्यादी में सिलिकॉन की गोली डालें या नीम का तेल डालें। ताकि मच्छर और बैक्टीरिया पैदा न हो। थोड़ी सी सावधानी से बचाव किया जा सकता है। पूरे साल में जुलाई से नवंबर तक असर पड़ता है। जब बारिश का मौसम आता है। इसलिए इन दिनों में आप अधिक ध्यान रखें। संकट से बच सके।
अंत
अगर आपको कभी निराशा हुई हो या आपके आस-पास किसी को हुआ हो, तो हमें अपना अनुभव बताएं, कमेंट बॉक्स में अपना अनुभव बताएं। ताकी ओर लोगों को भी इससे फायदा हो।
धन्यवाद।
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thanks for interest.