शुक्रवार, 24 जून 2022

क्षार सूत्र क्या है . क्षार सूत्र किन रोगो में करते है। गुदा की बीमारियॉ क्या होती है।



क्षार सूत्र क्या है


 क्षार सूत्र क्या है . क्षार सूत्र किन रोगो में करते है। गुदा की बीमारियॉ क्या होती है।  क्षार सूत्र किस पर प्रयोग नहीं किया जाता , क्षार सूत्र पर कितना खर्च होता है। 

 क्षार सूत्र क्या है ?

क्षार सूत्र (Kshar Sutra) आयुर्वेद में एक पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है, जिसका उपयोग विशेष रूप से भगंदर (फिस्टुला), बवासीर (पाइल्स), और मस्सों के उपचार में किया जाता है। यह एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया मानी जाती है, जिसमें जटिल सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती। इसमें एक औषधीय लेप से तैयार किया गया धागा (सूत) का उपयोग किया जाता है।

क्षार सूत्र कैसे तैयार किया जाता है?

क्षार सूत्र एक विशेष प्रकार के धागे को कई औषधीय तत्वों, जैसे कि स्नुही (एक प्रकार का पौधा), हरिद्रा (हल्दी), और अपामार्ग क्षार में डुबोकर तैयार किया जाता है। इन औषधीय तत्वों को धागे पर परत-दर-परत लगाया जाता है, जो संक्रमण को रोकने और उपचार में मदद करता है।

क्षार सूत्र कैसे काम करता है?

क्षार सूत्र का उपयोग करने के लिए इसे रोगी की समस्या वाली जगह पर लगाया जाता है। यह प्रभावित ऊतक पर धीरे-धीरे कार्य करता है:

क्षार सूत्र के संपर्क में आने से धीरे-धीरे घाव का उपचार होता है।
यह प्रभावित ऊतकों को धीरे-धीरे काटता है और वहां की सूजन को कम करता है।
इस प्रक्रिया के दौरान संक्रमण और रक्तस्राव का जोखिम कम होता है।
किन स्थितियों में क्षार सूत्र का उपयोग किया जाता है?
भगंदर (Fistula): फिस्टुला के इलाज में क्षार सूत्र सबसे अधिक प्रभावी माना गया है।
बवासीर (Piles): पाइल्स की समस्या में भी इस तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।
मस्से: मस्सों और अन्य त्वचा विकारों के लिए भी इसे उपयोगी माना जाता है।



 क्षार सूत्र  वैदिक सर्जरी होती है .जिसे बहुत कम समय में और कम तकलीफ  में कम से कम दवाई का प्रयोग के बिना की जाती है।  क्षार सूत्र हमारे गुदा  के आसपास गुदा में होने वाली बीमारियों के लिए एक पुराना आजमाया हुआ बेहतरीन इलाज है। 

 क्षार सूत्र किन रोगो में करते है। 

क्षार सूत्र उन लोगों में किया जाता है।  जो गुदा  की बीमारी से ग्रस्त हैं जैसे बवासीर, फिशुला  ,एनल फिशर और साइनस  जैसी तकलीफों में प्रयोग किया जाता है। 

यह तकलीफ उन लोगो में होती है ,जो लोग यात्रा करते है या जो लोग बैठकर काम करते हैं ,जैसे ड्राइवर व् ऑफिस में बैठने वाले लोग ,दुकानदार को शरीर के निचले हिस्से जोर पड़ने की वजह से उन्हें कई तरह की गुदा की तकलीफ होती हैं ,जैसे बवासीर, फिशर। 

गुदा की बीमारियॉ क्या होती है। 

 क्षार सूत्र  जिन बीमारियो में  प्रयोग किया जाता है ,गुदा  के आसपास होने वाली बीमारियों में बवासीर के मस्से से रक्तसार्व , उसमें बहुत ही बुरी बदबु होती है या फिर हमारे पेट के नीचे एक गुदा के ऊपर  दरार जैसी तकलीफ  होने पर जिसमें और पस व् खून आना व्  अत्यधिक दर्द होना ,मल त्याग करते समय बहुत ज्यादा तकलीफ होना ,कब्ज रहना जैसी स्थिति बन जाती है। 

 क्षार सूत्र  का प्रयोग

 क्षार सूत्र  का प्रयोग करके इस तकलीफ से छुटकारा पाया जा सकता है। एक विशेष धागे का प्रयोग किया जाता है। ऑपरेशन  में प्रयोग किए जाने वाला धागा कहा जाता है ,उसको हल्दी पाउडर से साफ करके नेरीफोलिया  होम्योपैथिक दवाई मैं लपेटकर  तकलीफ वाली जगह को बांधे जाता है।  केवल गंदा पानी व पस को बाहर  करने के लिए एक रास्ता छोड़ा जाता है और यह प्रक्रिया चार पांच बार की जाती है। इस तरह एक आयुर्वेदिक सर्जरी  को अंजाम दिया जाता है। इस तरह धीरे-धीरे खराब मॉस गिर जाता है और इस तरीके में अस्पताल में दो-तीन घंटे में छुट्टी मिल जाती है और केवल एक हफ्ते आराम करने के बाद वह खाने पीने में कुछ परेहज  करने के बाद आप पहले जैसे सामान्य जाते हैं। खाने में पपीता ,फाइबर युक्त खाना, दही जैसी खाद्य पदार्थ को दिया जाता है और मरीज जल्दी ठीक हो जाता है। 

क्षार सूत्र के लाभ

यह सर्जरी का एक गैर-आक्रामक विकल्प है, जिसमें दर्द और रक्तस्राव कम होता है।
इसका उपयोग करने से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
यह उपचार सुरक्षित, किफायती, और कम समय में प्रभावी परिणाम देता है।
क्षार सूत्र एक ऐसी प्राचीन विधि है, जिसे आयुर्वेद में प्राकृतिक और गैर-आक्रामक उपचार विकल्प के रूप में अपनाया गया है। इसे चिकित्सा विशेषज्ञ की देखरेख में ही करवाना चाहिए। 

यह प्रक्रिया किसी कैंसर मरीज या ट्यूबरक्लोसिस यानी  टी.बी।  जैसे तकलीफ वाले मरीज को नहीं दिया जाता। अगर कैंसर का शक है तो उसकी जांच करके उसको अच्छे कैंसर सर्जन के पास भेजना चाहिए। इस तरह आर्युवेदिक सर्जरी  किसी के इलाज के लिए संपन्न होती  है।  सर्जरी के तुलना में  सस्ता और काफी आसान होता है, इसमें रिक्स भी बहुत कम होता है। 

 क्षार सूत्र पर कितना खर्च होता है। 

 क्षार सूत्र  को आप बहुत कम कीमत पर करवा सकते है। केवल 1000 से 3000 रुपये में आप यह इलाज करवा सकते है।

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