ब्रेकअप क्या है ,ब्रेकअप से कैसे उभरे ?
क्या है ?
आज मै जिस समस्या पर बात कर रहा हूं ,वो समस्या सुनने में बहुत आसान लगती हैं। लेकिन वह इस समय सबसे बड़ी समस्या है, ब्रेकअप यानी रिश्तो का टूटना ब्रेकअप ,आपकी लवर से हो सकता है, आपके दोस्त हो सकता है ,आपके परिवार से ,पत्नी से ,सभी से ब्रेकअप हो सकता है।
ब्रेकअप ही क्यों ?
ब्रेकअप यानी रिश्तो का टूटना ,असल में कोई भी रिश्ता स्थाई ही नहीं होता और हमने देखा है कि हर व्यक्ति ब्रेकअप की समस्या से जूझता है। कभी ना कभी जीवन में किसी रिश्ते से उसका ब्रेकअप होता है। सबसे ज्यादा आत्महत्या ब्रेकअप के कारण होती हैं और कई बार लोग ब्रेकअप के कारण मानसिक संतुलन भी खो देते हैं।
लेकिन ब्रेकअप का कारण क्या है ? इसका सबसे बड़ा कारण जो मैं समझता हूं विश्वास की, कमी जी हां हमारे बीच विश्वास की कमी सबसे बड़ा कारण होता है ,किसी भी रिश्ते को तोड़ने के लिए विश्वास का अभाव इसके लिए जिम्मेदार कारक हो सकता है। बातचीत में कमी या संकोच हो सकता है। कई बार हम समझते है कि हमारे सामने वाला इस बात पर क्या सोचेगा और हम उन बातों को डस्टबिन में डाल देते हैं।
my story
लेकिन कई विषय बहुत ही गंभीर होते हैं। मेरी एक मित्र जो बहुत अच्छी लड़की है। मैं कई वर्ष तक उससे यह कहने में संकोच करता रहा कि मैं उसे शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं और ऐसा ही वह सोचती रही। उसे लगा कि लड़की कभी भी पहल नहीं कर सकती और हम सात साल तक मित्रता को इंजॉय करते रहें। मैं अपने रिश्ते खराब होना नहीं करना चाहता था। इसलिए मैंने कभी भी संबंध बनाने का कोई ऑफर नहीं दिया।
reason
लेकिन एक दिन जब हमारे संबंध ब्रेकअप तक पहुंच गए। तो मैंने कोशिश की किसका इसका कारण पता लगाने कि कोशिश की ,आखिर ऐसी कौन सी वजह है जिससे मेरा ब्रेकअप हो रहा है। मैं डैमेज कंट्रोल कर नहीं सकता था। मैने पाया की मेरे और उसके बीच में बातचीत तो बहुत है। लेकिन फॉर्मल इसके अलावा हमने बहुत समय गहराई से बात नहीं कर सके।
My plan
इसलिए मैंने उसे लास्ट एंड फाइनल अपने पास बुलाया और उससे कुछ समय मांगा ताकि हम आखिर समय बात कर सके। तब हमने बिना झिझक और बिना किसी फॉर्मेलिटी के बिना, किसी डर के , फिर से बातें की ,मेरे इनकरेज करने पर उसने मुझे बताया कि वह मुझे मेरे साथ संबंध बनाना चाहती थी। लेकिन मैं उसे गलत लड़की ना समझ लु और हमारा संबंध खराब ना हो जाए ,इसलिए वह कभी कह नहीं पाई। यही सब कुछ मैं भी सोचता था और आप माने वह आखिरी मुलाकात ,हमारी शायद पहली मुलाकात बन गई है और हम लंबे समय तक खुश रहे और एक दूसरे पर विश्वास करने लगे।
ब्रेकअप को ब्रेक
इस तरह मैंने ब्रेकअप को हरा दिया। क्या आप भी ऐसा कर सकते हैं ? बिल्कुल कर सकते हैं। सबसे पहले हमें बताना चाहिए कि हमारे सम्बन्ध कितने और कहां तक है। कहीं हम स्वार्थी तो नहीं है ,दोस्तों संबंध और प्यार हमेशा बलिदान मांगता है। लेकिन उस छोटे से बलिदान के बदले हमें ढेरों प्यार मिलता है। खूबसूरत यादें मिलती हैं।
ब्रेक टाइम
इसलिए ब्रेकअप के बाद हमें अपने रिश्तो की दोबारा से रिपेयर करना पड़ता है। उसमें आई दरारें भरनी होती है। हमें अपनी गलतियों को स्वीकार करना होता है। ब्रेकअप 6 हफ्ते तक हमें भावनातमक शॉक देता है इस वजह से अच्छे होते हैं बहुत ही नाजुक होते हैं।
सुसाइड हल नहीं
कई लोग इन दिनों में सुसाइड भी कर लेते हैं। लेकिन मित्रों यह हल नहीं होता। हमें लगता है की चीजें बहुत बिगड़ गई है। उनको समेटना नामुमकिन है ,परेशानी है ,हमें रिश्तो को कुछ ब्रेक देना भी जरूरी होता है। ताकि हम उस बीच आई बोरियत से उबर सकें और धीरे-धीरे हमारे सामने एक नया सवेरा आता है। जैसे उस रिश्ते को अच्छी तरह समझने लगते हैं। कई बार जिस रिश्ते को लेकर हम इतने ऑफेंसिव हो जाते हैं की आत्महत्या भी करना चाहते हैं। पहले की ब्रेक के बाद कुछ समय बाद हमें लगता है कि यह हमारी गलती थी और हम उस रिश्ते से दूर हो जाते हैं। कई बार हम उस रिश्ते को पहले से भी बेहतर समझने लगते हैं और वो रिश्ता दुनिया का सबसे बेहतरीन रिश्ता बन जाता है।
रिश्ता क्या होता है ?
यह सिस्टम है प्यार, विश्वास ,सच्चाई और बलिदान सब कुछ होता है। इसलिए ब्रेकअप हमेशा बुरा नहीं होता ,कई बार बोझ बने रिश्तो से छुटकारा भी देता है। जिससे हम और हमारा पार्टनर एक अलग और बेहतर जिंदगी जी सकता है। ब्रेक के बाद अपने पार्टनर को दुश्मन नहीं एक मित्र होना चाहिए। जीवन में कोई विलेन नहीं होता है। हमेशा परिस्थितियां मजबूर कर देती है।
दोस्तों प्यार की परिभाषा में बदलती रहती है और ब्रेकअप को ब्रेक बना देना चाहिए। जीवन एक बार ही मिलता है ,इसका हर पल जिये। ना जाने कब कौन बिछड़ जाये।
आप खुश रहे।
by गोपी
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thanks for interest.