एंटी एजिंग मेडिसिन
साइड इफ़ेक्ट ऑफ़ एंटी एजिंग ड्रग
लोगो ने जैसे ही शेफाली जेरीवाला काटा लगा गर्ल की मौत की खबर सुनी तो सभी सन्न रह गए। कम उम्र में अचानक ऐसी खबर ने हमे हिला के रख दिया। आज मैने भी न्यूज़ पेपर में पढ़ा की उनके घर से एंटी एजिंग मेडिसिन मिली है ,हमने पहले भी देखा की कई सेलेब्रटी एंटी एजिंग ड्रग का शिकार हुए है।
एंटी-एजिंग दवा वे मेडिसिन होती हैं जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने या सुधारने के लिए यूज़ करते हैं। ये दवाएं शरीर की सेल और टिश्यू को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अधिक ऊर्जा का निर्माण करती है , सूजन कम करने और उम्र से जुड़ी बीमारियों (जैसे डायबिटीज़, हृदय रोग) को कण्ट्रोल करने में मदद कर सकती हैं।
उम्र बढ़ने की प्रक्रिया हमारे शरीर में कई तरह से होती है। यहाँ कुछ मुख्य बातें हैं:
उम्र बढ़ने की प्रक्रिया
कोशिकाओं की क्षति: हमारे शरीर की कोशिकाएं समय के साथ क्षतिग्रस्त होती जाती हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता कम होती जाती है।
डीएनए की क्षति: हमारे डीएनए में समय के साथ त्रुटियां जमा होती जाती हैं, जिससे कोशिकाओं की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
हार्मोनल परिवर्तन: उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जैसे कि इंसुलिन और ग्रोथ हार्मोन के स्तर में कमी।
प्रोटीन की क्षति: हमारे शरीर में प्रोटीन की क्षति होती है, जिससे कोशिकाओं की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
उम्र बढ़ने के लक्षण
त्वचा की झुर्रियां: उम्र बढ़ने के साथ त्वचा की लोच कम होती जाती है, जिससे झुर्रियां पड़ती हैं।
बालों का सफेद होना: उम्र बढ़ने के साथ बालों का रंग कम होता जाता है, जिससे वे सफेद हो जाते हैं।
शारीरिक क्षमता में कमी: उम्र बढ़ने के साथ शारीरिक क्षमता कम होती जाती है, जैसे कि मांसपेशियों की ताकत और लचीलापन।
मानसिक क्षमता में कमी: उम्र बढ़ने के साथ मानसिक क्षमता भी कम होती जाती है, जैसे कि स्मृति और एकाग्रता।
उम्र बढ़ने को धीमा करने के तरीके
स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ आहार लेने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से शारीरिक और मानसिक क्षमता को बनाए रखा जा सकता है।
तनाव प्रबंधन: तनाव को प्रबंधित करने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
पर्याप्त नींद: पर्याप्त नींद लेने से शारीरिक और मानसिक क्षमता को बनाए रखा जा सकता है।
उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम इसे धीमा कर सकते हैं और अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।
Aging उम्र बढ़ने की प्रक्रिया हमारे शरीर में कई तरह से होती है। यहाँ कुछ मुख्य बातें हैं: उम्र बढ़ने की प्रक्रिया कोशिकाओं की क्षति: हमारे शरीर की कोशिकाएं समय के साथ क्षतिग्रस्त होती जाती हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता कम होती जाती है।
डीएनए की क्षति: हमारे डीएनए में समय के साथ त्रुटियां जमा होती जाती हैं, जिससे कोशिकाओं की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
हार्मोनल परिवर्तन: उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जैसे कि इंसुलिन और ग्रोथ हार्मोन के स्तर में कमी।
प्रोटीन की क्षति: हमारे शरीर में प्रोटीन की क्षति होती है, जिससे कोशिकाओं की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
उम्र बढ़ने के लक्षण
त्वचा की झुर्रियां: उम्र बढ़ने के साथ त्वचा की लोच कम होती जाती है, जिससे झुर्रियां पड़ती हैं।
बालों का सफेद होना: उम्र बढ़ने के साथ बालों का रंग कम होता जाता है, जिससे वे सफेद हो जाते हैं।
शारीरिक क्षमता में कमी: उम्र बढ़ने के साथ शारीरिक क्षमता कम होती जाती है, जैसे कि मांसपेशियों की ताकत और लचीलापन।
मानसिक क्षमता में कमी: उम्र बढ़ने के साथ मानसिक क्षमता भी कम होती जाती है, जैसे कि स्मृति और एकाग्रता।
उम्र बढ़ने को धीमा करने के तरीके स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ आहार लेने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
Exercise: नियमित व्यायाम करने से शारीरिक और मानसिक क्षमता को बनाए रखा जा सकता है।
Stress: तनाव को प्रबंधित करने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
Sleep management: पर्याप्त नींद लेने से शारीरिक और मानसिक क्षमता को बनाए रखा जा सकता है।
उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम इसे धीमा कर सकते हैं और अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।
Medicine
प्रमुख उदाहरणों में मेटफॉर्मिन, रैपामायसिन, NAD+ प्रीकर्सर्स, GLP-1 एगोनिस्ट और सेनोलाइटिक्स शामिल हैं।
1. मेटफॉर्मिन (Metformin)
वैसे तो यह डायबिटीज़ टाइप-2 के इलाज में प्रयोग होती है , लेकिन अब इसे अब उम्र बढ़ाने के लिए भी स्टडी किया जा रहा है।अब इसे एंटी एजिंग ड्रग के रूप में भी देखा जा रहा है।
साइड इफ़ेक्ट
1. जी मिचलाना, उल्टी
2. दस्त, पेट में दर्द
3. मुंह में धातु जैसा स्वाद
लैक्टिक एसिडोसिस अवस्था यह एक जानलेवा स्थिति हो सकती है (विशेषकर जब किडनी या लिवर की समस्या हो)
लंबे समय तक उपयोग से विटामिन B12 की कमी से थकान महसूस होती है।
2. रैपामायसिन
इस मेडिसिन को ऑर्गन ट्रांसप्लांट के बाद इम्यून सिस्टम को दबाने के लिए प्रयोग करते है , पर आधुनिक रिसर्च में mTOR को ब्लॉक कर उम्र बढ़ाने में प्रभावी माना जा रहा है।
साइड इफ़ेक्ट
1. मुंह में छाले
2. कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का बढ़ना
3. दस्त, रैश, जोड़ों में दर्द
गंभीर साइड इफ़ेक्ट
1. इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण इन्फेक्शन का खतरा
2. जख्मों के भरने में देरी
3. फेफड़ों की सूजन (Interstitial Pneumonitis – दुर्लभ लेकिन गंभीर)
3. NAD+ प्रीकर्सर्स (जैसे NR और NMN) ड्रग
यह शरीर में सेल और टिश्यू की एनर्जी और मरम्मत को बढ़ाने के लिए NAD+ लेवल्स बढ़ाना।
साइड इफ़ेक्ट
1. हल्का मतली और थकान
2. अधिक डोज़ में फेस का लाल होना
रिसर्च में आशंका है कि ये कैंसर कोशिकाओं को भी एनर्जी दे सकते हैं (इस पर अभी और रिसर्च हो रही है)
4. GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट (जैसे Semaglutide, Ozempic) मधुमय और मोटापा कम करने के लिए; एजिंग से जुड़े फायदों की भी रिसर्च हो रही है।
साइड इफ़ेक्ट
1. जी मिचलाना, उल्टी
2. भूख कम लगना
3. दस्त या कब्ज
गंभीर साइड इफेक्ट
अग्न्याशय पैंक्रियास की सूजन (Pancreatitis)
पित्ताशय या गॉलब्लेडर की बीमारी
थायरॉइड ट्यूमर का खतरा जो अभी कनफ्रोम नहीं है रिसर्च चल रही है पर कुछ केस में थाइरोइड ट्यूमर देखे गए है।
5. सेनोलाइटिक्स
शरीर की डेड सेल को साफ करने के लिए — जैसे: Dasatinib + Quercetin, Fisetin, आदि।
साइड इफ़ेक्ट
Dasatinib: कमजोरी, थकान, खून की कमी, रक्तस्राव का खतरा
Quercetin: सामान्य डोज़ में सुरक्षित, ज्यादा मात्रा में लेने पर किडनी पर असर या अन्य दवाओं से साइड इफ़ेक्ट की संभावना हो सकती है।
Navitoclax प्लेटलेट्स में कमी, थकान, जी मिचलाना
गलत तरीके से उपयोग करने पर यह स्वस्थ सेल और टिश्यू को भी नुकसान कर सकते हैं इंसानों में लंबे समय तक उपयोग पर अभी अभी रिसर्च चल रही है
चेतावनी:
ये सभी दवाएं Anti-aging के लिए पूरी तरह से स्वीकृत (approved) नहीं हैं।
इन मेडिसिन के साइड इफ़ेक्ट से बचने के लिए स्टेरॉयड लेने से जैसे मेथ्य्लप्रेड्नेसोल,सिट्राजिन या पेनकिलर के भी खतरनाक साइड इफ़ेक्ट होते है ,इस लिए आप इन दवाओं का सेवन केवल डॉक्टर की सलाह से करे।